कहने को स्वतंत्र हैं वो भावनाएं भी है कैद यहां। कहने को स्वतंत्र हैं वो भावनाएं भी है कैद यहां।
फिर पुनः अवतार न उस अवतारी का। आज हर गुण वही, मनुज तनधारी का। फिर पुनः अवतार न उस अवतारी का। आज हर गुण वही, मनुज तनधारी का।
बूढ़े मां बाप को मिल गया फिर जीने का जरिया, हम लोगों को भी इनकी पीड़ा से अवगत किया। बूढ़े मां बाप को मिल गया फिर जीने का जरिया, हम लोगों को भी इनकी पीड़ा से अवगत...
न सारथी न रथ योद्धा चला अनन्त पथ। न सारथी न रथ योद्धा चला अनन्त पथ।
जो वक्त हाथ से चला गया है वो चला गया है जो वक्त हाथ से चला गया है वो चला गया है
दिखाकर सयंम खुद पर ही तुम कर सकते हो यह काम। होकर सफल जीवन में अपने ,कर लो फिर अपना नाम। दिखाकर सयंम खुद पर ही तुम कर सकते हो यह काम। होकर सफल जीवन में अपने ,कर लो फिर ...